
आज प्रयाग के पुण्यक्षेत्र में अक्षय वट के दर्शन का सौभाग्य भी मिला। अक्षय वट उस अमर चेतना का प्रतीक है, जो हजारों वर्षों से ज्ञान, विज्ञान एवं अध्यात्म के रूप में भारत में प्रवाहित हो रही है। भगवान वेणी माधव से प्रार्थना है कि अमृतकाल में अक्षयवट की अमर चेतना अमृत भारत के निर्माण के लिए अक्षय ऊर्जा का स्रोत बने।